आजकल श्राद्ध चल रहे हैं… अक्सर सवाल उठता है, ‘श्राद्ध क्यों? क्या पूर्वजों की आत्माएँ हमारे पास आयेंगी? क्या कुत्तों…
मनाएँ हिंदी दिवस अहो, हिंदी! पहचान के लिए भटकती हो? अपने ही घर में अपना अस्तित्व खोजती फिरती हो? अंग्रेज़ी…
शिक्षक दिवस- मेरी समझ के कुछ बिखरे मोती… कुछ शिक्षा पद्धति की दरकार है तो कुछ ज़माने का दस्तूर……
“Kiki, do you love me?” चलती गाड़ी से उतरकर गाड़ी के साथ-साथ नाचते हुए चलना, और फिर कभी किसी…
नशा ‘पुड़िया है क्या, यार?’ ‘अबे, थोड़ा माल दे…’ कॉलेज में पीछे के ग्राउंड में कोने की चाय की…
किसे प्यार करें? इंसानों की दुनिया बाहर निकलती हूँ, तो सड़क पर छोटे-मोटे सामान बेच रहे बच्चों से कुछ न…
700 किलो मेरवाना (मारिजुआना) – भाँग-गाँजा 700 किलो मेरवाना (या, मारिजुआना?) सोचकर ही मन घबरा जाए! लेकिन कल रात ही…
बिंदास बोल – भाग-2 ‘अन्दर आ सकता हूँ?’ अंकित की आवाज़ सुन करण ने फ़ाइल पर से चेहरा उठाया। आँखों…
एक समय था, जब हम अपनी टीचर्स से पूछते "सब सही तो लिखा है, नम्बर क्यों काटे?"और जवाब मिलता था,…
बिंदास बोल ‘स्पष्ट, बिंदास बोलने वाला ये लड़का बहुत आगे जाएगा! इसका आत्मविश्वास और ईमानदारी ही इसे इतना निडर बनाते…