आओ, आज फिर से भारत गौरव गान करें
मातृभूमि के ऋण चुकाएँ, कुछ तो ऐसे काज करें
आज़ादी की कीमत समझें, बलिदानों का मान करें
सुराज के मार्ग पर अपना भी योगदान करें
प्रेम और सौहार्द्र को अंतःकरण में आत्मसात करें
वन्दे मातरम् के दिव्य उद्घोष से
धरती-आकाश गुंजायमान करें
आज फिर से देश का उन्नत गौरव गान करें
वेद की ऋचाओं में, उपनिषदों की वाणी में
विज्ञान और आध्यात्म के अद्भुत समावेश में
प्राचीन, वैभवशाली विरासत को, देखें, परखें, सम्मान करें
साहित्य-कला-नृत्य-संगीत में फिर से श्रेष्ठता को प्राप्त करें
अतीत की वैभाशाली परंपरा को जीवन में स्वीकार करें
विश्व-गुरु के पथ पर बढ़ें, भारत-गौरव गान करें
आओ, आज फिर से भारत गौरव गान करें
स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ