घरौंदे मिट्टी के…

घरौंदे… दीपावली की तैयारियों में मिली होती थी जब मिट्टी की ख़ुशबू… उस समय, दीपावली के काफ़ी पहले से दीपावली…

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भारत गौरव गान करें

आओ, आज फिर से भारत गौरव गान करेंमातृभूमि के ऋण चुकाएँ, कुछ तो ऐसे काज करेंआज़ादी की कीमत समझें, बलिदानों…

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कर्मण्येवाधिकारस्ते… आधुनिक संवाद

केरल में हथिनी की हत्या पर लीपापोती करते प्रशासन के प्रयास… केरल प्रशासन – हे माधव, यह सोचकर ही हमारे…

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अब मत मनाना पर्यावरण दिवस…

*** अभी लगभग डेढ़ साल पहले की ही तो बात है, जब अवनी बाघिन को मार दिया गया था… “Save…

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कलाकार कभी अकेला नहीं होता…

कलाकार कभी अकेला नहीं होता कभी श्वेत-श्याम तस्वीरें उकेरता…तो कभी तूलिकाओं के रंग बिखेरताकहीं सुरों को साज़ में ढालता…कभी घुंघरुओं…

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सहमे हुए लोग…

ज़िन्दगी थम गई है… जैसे बचपन में किसी ने स्टैच्यू बोल दिया हो जो जहां है, वहीं स्थिर रह गया…

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